क्या आपको पता है कि 1 अप्रैल 2020 से कुछ कंपनियां अपनी डीजल कारें बंद करने जा रही है. इन सभी कंपनियों का डीजल कार बंद करने के पीछे का कारण कहीं इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति बढती रोचकता तो नहीं या फिर भविष्य में होने वाली डीजल के श्रोतों में आने वाली कमी तो नहीं है. इन सभी के बारे में आज हम चर्चा करने वाले हैं और जानने वाले हैं कि आखिर वो कौन कौन सी कंपनियां हैं जो अपनी डीजल कारों को बंद करने जा रहीं हैं. इसमें एक रोचक बात ये भी है कि क्या ये कंपनियां अपनी सभी डीजल से चलने वाली कारों को बंद करने के विचार में हैं या कुछ ही मॉडल्स को बंद किया जाना है.
आपको बता दे, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मारुती, रेनोल्ट, टोयोटा, टाटा फ़िएट और फॉक्सवैगन अपनी डीजल कारों को बंद करने के मूड में है. चलिए इसके पीछे के कारणों को जानते हैं.
डीजल कारों के बंद होने का कारण
जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया है कि मारुती, रेनोल्ट, टोयोटा, टाटा फ़िएट और फॉक्सवैगन अपनी डीजल कारों को बंद करने जा रही है उसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है कि सरकार ने हाल ही में BS4 इंजनों को बंद करने का निर्देश भारत में कार बनाने वाली सभी कंपनियों को दे दिया है. इसके पीछे कारण है कि BS4 इंजनो में कार्बन अधिक बनता है जो कि पूरे विश्व के लिए एक समस्या का विषय है. इसी कारण से BS4 इंजनों को बंद करने के बाद BS6 इंजनों को लाया जाना है.
लेकिन इंजनों का बदलना किसी पेन से रिफिल बदलने जैसा नहीं है कंपनी को इसके लिए बहुत से काम करने होते हैं जिसमे बहुत खर्च आता है. सरकार के कड़े निर्देश आने के बाद जब कंपनियों ने अपने स्टॉक में शेष रही गाड़ियों के इंजन को BS6 से बदला तो इसमें आने वाले खर्चे का कोई ठिकाना नहीं था.
कंपनियों का कहना है कि यदि वो BS4 को BS6 से बदलते हैं तो कार के दाम बहुत अधिक हो रहे हैं. जो कि पिछले मॉडल कि तुलना में बहुत अधिक है लिहाज़ा सभी कंपनियों का मानना है कि वो अपने उन सभी मॉडल्स को बंद कर दे जिसमे अधिक खर्च हो रहा है. हाँ जो नयी गाड़ियाँ बन रही हैं उनके लिए ऐसा नहीं है. तो चलिए अब देखते हैं कौन कौन सी कारें बंद हो रहीं हैं.
फॉक्सवैगन की सभी डीजल कारें
फॉक्सवैगन की सभी नई कारें, सेडान और एसयूवी अब पेट्रोल मॉडल में ही उपलब्ध होने वाली हैं, जहाँ आपको पहले डीजल में सभी गाड़ियाँ मिल जाती थीं लेकिन अब कंपनी अपने इन मॉडल्स को BS6 में नहीं ला रही है, लिहाज़ा उन्हें अपने डीजल वैरिएंट को बंद करना पद रहा है.
मारुती सुजुकी के सभी डीजल कारें
जी हाँ आपने सही सुना है, मारुती सुजुकी भी अपने कुछ मॉडल्स जैसे मारुति विटारा ब्रेजा, एसक्रॉस, स्विफ्ट, डिजायर, 1 अप्रैल से बंद करने जा रही है. अब आपको केवल से चलने वाले मॉडल्स ही उपलब्ध हो पाएंगे.
टोयोटा की कुछ गाड़ियाँ
टोयोटा भी अपनी दो गाड़ियों इटियोस और इटियोस लिवा के डीजल मॉडल को बंद करने के मूड में है. कंपनी को इन दोनों गाड़ियों को बेचने से कोई खास फायदा नहीं हो रहा है, लिहाज़ा टोयोटा का मानना है कि इन्हें बंद करने में ही कम्पनी का फायदा है.
टाटा की सफारी, हेक्सा, बोल्ट और जेस्ट
टाटा एक ऐसी कार बनाने की भारतीय कंपनी है जो ए दिन एक नया मॉडल बनाती रहती है और उसे बंद करती रहती है. अब समय है टाटा की बोल्ट और जेस्ट को बंद करने का, क्योंकि कंपनी को इसे बेचने में कोई फायदा नहीं हो रहा है. जबकि कंपनी का कहना है कि उनकी अन्य गाड़िया खूब अछि तरह से बिक रही हैं.
टाटा अपनी हेक्सा और सफारी के BS6 वर्शन को नहीं ला रही है और BS4 को सरकार नहीं चलने देगी. तो अब आप ये मान कर चलिए कि ये दोनों गाड़ियाँ भी अब बंद ही होने वाली हैं.
रेनोल्ट की डस्टर और लॉजी
जब सभी कंपनियां अपनी एके न एक कार को बंद कर ही रहीं हैं तो ऐसे में रेनोल्ट क्यों पीछे रह जाये. जी हाँ रेनोल्ट भी अपनी डस्टर और लॉजी के अपग्रेडेड वर्शन को पेश नहीं कर प् रही है तो ऐसे में आप ये मान कर चल सकते हैं कि आने वाले दिनों में रेनोल्ट कि ये गाड़ियाँ आपको नहीं मिलने वाली हैं.
फ़िएट कि सभी डीजल गाड़ियाँ
भारत में फिएट का कार कारोबार फायदेमंद नहीं रहा है. फिएट भारत में टाटा, मारुति, एमजी और जनरल मोटर्स को इंजन बनाकर देती है. लेकिन कम्पनी फिर भी अपनी कुछ कारों जैसे फिएट पुंटो, अबार्थ, अवेंच्यूरा, लाइना को बंद कर रही है.