ड्राइविंग लाइसेंस पाने की नयी आयु सीमा: ड्राइविंग लाइसेंस का होना भी एक अलग अहसास दिलाता है, खासकर उस वक़्त में जब आप ड्राइविंग लाइसेंस पाने के हकदार हो जाते हैं। यह समय आपको तब देखने को मिलता है जब आपकी उम्र 18 वर्ष या 18 वर्ष से अधिक हो। लेकिन क्या आपको पता है सरकार यानी कि परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस पाने की आयु सीमा को कम करने का फैसला लिया है। कहने का तात्पर्य ये है कि यदि आपकी उम्र 18 वर्ष से कम भी है तो भी आप ड्राइविंग लाइसेंस ले सकते हैं।
ऐसे कौन से कारण हैं जिससे सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को यह कदम उठाना पड़ रहा है। आखिर क्यों ड्राइविंग लाइसेंस पाने की नयी आयु सीमा बनाई जा रही है। आपको बता दे, भारत मे मोटर वाहन एक्ट 1988 के तहत अलग अलग प्रदेशों में रीज़नल ट्रांसपोर्ट आफिस द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाता है। परिवहन विभाग इस एक्ट में कुछ बदलाव करने के बारे में लगभग एक साल से विचार कर रही है और जल्द ही इसे लाया भी जाएगा।
ड्राइविंग लाइसेंस पाने की नयी आयु सीमा:
जैसा कि आप सभी जानते हैं वर्तमान समय मे ड्राइविंग लाइसेंस पाने की आयु सीमा 18 वर्ष है जिसे कि 2 वर्ष काम करने का विचार किया जा रहा है। इसका मतलब यह है कि अब आप 16 वर्ष में ही अपना ड्राइविंग लाइसेंस पा सकते हैं। लेकिन ऐसा अभी लागू होने में थोड़ा वक्त लगेगा। ड्राइविंग लाइसेंस पाने की नयी आयु सीमा में कुछ शर्तों को भी रखा गया है, जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे।
नयी आयु सीमा के कारण:
ड्राइविंग लाइसेंस पाने की नयी आयु सीमा बनाने के पीछे बहुत से कारण हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण है कम उम्र में ही वाहन चलाना. आज कल आपने ध्यान से देखा होगा कि बच्चे कम उम्र में ही वाहन चलाना सीख लेते हैं, और कभी ये देखा गया है की बच्चों के पिता ही उन्हें सिखाते हुए पाए गए हैं. ऐसे में होता ये है कि वाहन चलाने वालों की संख्या बढ़ जाती है जिससे प्रदूषण बढ़ता है. इसीलिए सरकार ने एक ऐसा नियम निकाला है जिससे कम उम्र में भी वाहन चलाना संभव है और प्रदूषण भी नहीं होगा.
कौन सी है शर्तें:
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि 16 वर्ष में ड्राइविंग लाइसेंस पाने के लिए सरकार की कोई शर्त है, तो वो शर्त ये है कि ड्राइविंग लाइसेंस केवल उन्ही को मिलेगा जो इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते हैं. इसका मतलब सीधा साफ़ हो जाता है कि यदि 18 वर्ष से कम उम्र का कोई वाहन चलता भी है तो उसके पास इलेक्ट्रिक स्कूटर या इलेक्ट्रिक कार होनी चाहिए. इस नियम से प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी. भारत के तमाम शहरों में प्रदूषण का लेवल बहुत अधिक है, सरकार का ये कदम प्रदूषण को कम करने के लिए काबिले तारीफ है. क्यों कि इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग से न सिर्फ प्रदूषण ही कम होगा बल्कि डीज़ल और पेट्रोल के श्रोत जो कम हो रहे हैं उन पर से निर्भरता भी कम होगी.
ये भी पढ़ें:
- बिना लाइसेंस वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की जानकारी
- ओकिनावा प्रेज इलेक्ट्रिक स्कूटर की जानकारी
- अथर 450 इलेक्ट्रिक स्कूटर की जानकारी
- बजाज चेतक इलेक्ट्रिक स्कूटर की जानकारी
- ओकिनावा इ प्रेज इलेक्ट्रिक स्कूटर की जानकारी
16 से कम उम्र में चलाये वाहन:
क्या आपको पता है यदि आपकी उम्र 16 वर्ष से भी कम है तो भी आप वाहन चला सकते हैं. लेकिन आपको ये भी बता दे कि वो वाहन इलेक्ट्रिक वाहन होना चाहिए और जिसकी स्पीड 25 km/h के बराबर या तो कम होनी चाहिए. इसके लिए आपको किसी भी प्रकार का RTO रजिस्ट्रेशन नहीं कराना पड़ेगा और न ही आपको किसी भी प्रकार का कोई ड्राइविंग लाइसेंस लेना पड़ेगा.
मैंने अपने एक आर्टिकल में ऐसे वाहनों की एके अच्छी list बताई है जिसमे बिना लाइसेंस के इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाये जा सकते हो. आप यदि 16 वर्ष के हों तो आप in वाहनों का प्रयोग कर सकते हैं.
मेरा विचार:
मैं यहाँ पर अपनी कुछ राय देना चाहूँगा, जो पिता अपने बच्चों को वाहन चलाना सिखाये कृपया वो इलेक्ट्रिक वाहन का ही प्रयोग करें, जिससे देश में प्रदूषण भी कम हो सके. आज कल अधिक स्पीड के इलेक्ट्रिक स्कूटर भी उपलब्ध हैं जिसमे आपको ये भी महसूस नहीं होगा की आप इलेक्ट्रिक वाहन चला रहे हैं. ओकिनावा और हीरो ने अपने कई मॉडल बांये हुए हैं जिनमे से आप अपने लिए एक अच्छा इलेक्ट्रिक स्कूटर चुन सकते हैं. इसके अलावा यदि अलावा यदि आप सुन्दर दिखने वाले या आधुनिक इलेक्ट्रिक स्कूटर चाहते हैं तो Ather 450 आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
ड्राइविंग लाइसेंस पाने की नयी आयु सीमा के बारे में जो जानकारी आपको मेरा द्वारा दी गयी क्या आपको ये पसंद आई. कृपया अपने कमेंट के माध्यम से बताये, यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो उसे भी पूछ सकते हैं.